अहमदाबाद न्यूज डेस्क: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की अहमदाबाद जोनल यूनिट ने ड्रग डिस्पोजल पखवाड़े के तहत 4,543.4 किलोग्राम मादक पदार्थों को नष्ट कर दिया, जिनकी बाजार कीमत करीब 870 करोड़ रुपये बताई गई है। यह कार्रवाई 25 जनवरी को गुजरात के भरूच जिले के दहेज में की गई। नष्ट किए गए ड्रग्स में चारस, हेरोइन, मेथामफेटामाइन, और ट्रामाडोल जैसे मादक पदार्थ शामिल थे।
उच्च स्तरीय निगरानी में नष्ट किए गए मादक पदार्थ
इन मादक पदार्थों को एनडीपीएस एक्ट के तहत एनसीबी की ड्रग डिस्पोजल कमेटी और एक उच्च स्तरीय पैनल की निगरानी में जलाकर नष्ट किया गया। ड्रग्स को नष्ट करने की यह प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के 2012 के दिशा-निर्देशों के तहत अंजाम दी गई।
अभियान की शुरुआत गृह मंत्री अमित शाह ने की
ड्रग तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए 11 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस देशव्यापी ड्रग डिस्पोजल अभियान की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य देश से नशे की समस्या को खत्म करने के प्रयासों को मजबूत करना है।
नशे के खिलाफ जंग में बड़ा कदम
यह अभियान 10 से 25 जनवरी तक चला, जिसमें एनसीबी ने प्रभावी और तेज़ तरीके से ड्रग्स को नष्ट करने की प्रतिबद्धता दोहराई। एनसीबी का कहना है कि यह नशे के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो युवाओं को इस जाल से बचाने की दिशा में बढ़ा हुआ प्रयास है।